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संवाद प्लस।

ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने गुरुवार 19 सितंबर को खाटूश्यामजी मंदिर में बाबा श्याम के दर्शन करने के साथ ही घोषणा करते हुए कहा कि मंदिर परिसर में लगी सभी बिजली लाइनों और केबलों को जल्द ही भूमिगत किया जाएगा। यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, खासकर उन मार्गों पर जहां श्रद्धालु ऊंची पताकाएं लेकर चलते हैं।

ऊर्जा राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि बिजली विभाग की योजना के अनुसार, इस कार्य को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। इसके साथ ही मंदिर प्रबंधन से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर चर्चा की।


दुर्घटना ने बढ़ाई चिंता

यह घोषणा एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद की गई है, जिसमें खाटू श्याम मंदिर के पास बिजली के झटके से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस घटना ने मंदिर प्रबंधन और प्रशासन को सुरक्षा उपायों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया। मंदिर प्रबंधन ने इस संबंध में ऊर्जा मंत्री को अवगत कराया और सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

इसलिए आवश्यक भूमिगत बिजली लाइने

खाटूश्यामजी मंदिर, जो राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है, एक विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है और यहां रोजाना हजारों श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में बिजली लाइनों का भूमिगत किया जाना न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मंदिर के सौंदर्य और व्यवस्था को भी बेहतर करेगा। ऊर्जा मंत्री ने मंदिर परिसर के आस-पास की बिजली लाइनों को अंडरग्राउंड करने के निर्देश जारी किए हैं, जिससे बिजली से संबंधित किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावनाओं को रोका जा सके।

इसके साथ ही प्रवेश व निकासी मार्ग के चौड़ा किये जाने की भी मांग व चर्चा होने लगी है ताकि बिजली लाइन बिछाने के साथ ही ये कार्य भी किया जा सके जिससे बार बार में अव्यवस्था व सरकार का अपव्यय रोका जा सके।


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