संवाद प्लस।
श्रीलक्ष्मी जगदीश मंदिर गोनेर में भाद्रपद शुक्ल जलझूलणी एकादशी का वार्षिक महोत्सव शनिवार दिनांक 14.08.2024 को मनाई जायेगी। महन्त हनुमान दास जी ने बताया कि इस वार्षिक जलझूलणी एकादशी महोत्सव में भगवान जगन्नाथ को पालकी में विराजमान कर मंदिर प्रांगण से बैण्ड बाजे, सजे-धजे घुडसवारों के साथ लगभग 25 विभिन्न धार्मिक झाँकियों के साथ जगन्नाथ सरोवर में नौका विहार हेतु ले जाया जायेगा। इस जलझूलणी एकादशी महोत्सव में हजारों की संख्या में दर्शनार्थिगण दर्शन के लिये मंदिर में प्रातः श्रृंगार आरती 06 बजे से लेकर रात्रि 09 बजे तक महोत्सव के समापन पर शामिल होगें। इस धार्मिक कार्यक्रम में सांयकाल 04 बजे से भगवान जगन्नाथ जी को पालकी में विराजमान कर सरोवर में नाव में विराजमान कर जल विहार कराया जायेगा। जल विहार के पश्चात् भगवान को वापस मंदिर तक लाया जायेगा। रास्ते विभिन्न व्यक्तियों / संस्थाओं द्वारा आरती उतारी जाती है। कार्यक्रम में सहयोग प्रदान करने वाले व्यक्तियो / संस्थाओं के लिये शोभायात्रा के समापन के पश्चात प्रसादी की व्यवस्था मंदिर परिसर में रसोईघर में की जायेगी।
महन्त हनुमान दासजी ने बताया कि यह वार्षिक जलझूलणी एकादशी महोत्सव जयपुर शहर का सबसे बड़ा कार्यकम होता है जिसमें हजारों की संख्या में दर्शनार्थी दर्शन के लिये आते है।
जैसा कि विदित है इस वर्ष तालाब 1981 की बाढ़ के बाद पूरा भर गया है। सायं 05 बजे भगवान को पालकी में विराजमान कर जगन्नाथ सरोवर में नाव के द्वारा जल विहार कराया जायेगा। लोटने पर जगह-जगह स्वागव आरती उतारी जाती हैं। आपदा प्रबंधन विभाग से सुरक्षा के लिए सहयोग हेतु गोताखोर की व्यवस्था की गयी है। स्काउट गाइड के लगभग 50 स्वयं सेवक द्वारा सहायता की जायेगी। मन्दिर प्रशासन द्वारा पुलिस का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। मन्दिर द्वारा एजेंसी के माध्यम से सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। सायंकाल सभी के लिए मालपुआ खीर की प्रसादी की व्यवस्था की गयी है।