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संवाद प्लस,लोकेन्द्र शर्मा की कलम से
सीकर।
खाटू धाम के बदलते स्वरूप के साथ जल्द ही भक्तों को बाबा श्याम के दर्शन होंगे। कल प्रशासनिक तौर पर इस बाबत मीटिंग के बाद हलचल देखी गई।


सूत्रों के हवाले से मंदिर आने वाली अमावस्या के बाद तिलक के साथ खोले जाने की पूरी सम्भवना है।

खाटू श्यामजी व्यापारी जन की है मांग

खाटू श्याम जी के व्यापारी,जिनका व्यापार प्रभावित हो रहा है वे भी कई दिनों से मंदिर के पट खोले जाने का इंतजार कर रहे है, जिससे रोजगार से सम्बंधित समस्या का समाधान हो सके।
धर्मशाला होटल ई रिक्शा प्रसाद रेस्टोरेंट संचालक भी अब इस आशा से बैठे है कि यदि मंदिर जल्द ही खुलता है तो नए वर्ष में यात्री आगमन से पिछले दिनों की भरपाई सम्भव हो पाएगी।

प्रशासन भी मंदिर शीघ्र खोले जाने को लेकर है गम्भीर…

प्रशासन व मंदिर कमेटी भी भक्तों की आस्था को देखते हुए जल्द ही मंदिर खोले जाने को लेकर अपनी अपनी तैयारियों में लगे है।
खाटू में ये भी चर्चा है कि यदि नए वर्ष से पहले मंदिर खुल जाए तो आने वाले दिनों में यात्रीयों के आवागमन से फाल्गुन मेले का रिहर्सल हो सकता है ताकि मेले तक जो भी खामियां सामने आए उन्हें दुरुस्त किया जा सके।
जहां तक मेरा अनुमान है निकासी की समस्या का समाधान अभी बाकी है जिसके लिए मेले से पूर्व एक बार फिर बड़ी कार्यवाही हो सकती है!
कुछ लोगों का ये भी कहना है कि मंदिर खोलने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।अब भी जो शेष कार्य है उन्हें भी सम्पन्न करके पूरी तैयारी के साथ 14 जनवरी के आसपास ही मंदिर खोला जाना चाहिए।

सूत्रों का ये भी कहना है कि मंदिर प्रबंधन व प्रशासन नए वर्ष की भीड़ को कंट्रोल करने को लेकर सचेत है ऐसे में पूर्व की भांति मोबाइल रजिस्ट्रेशन का तरीका भी अपनाया जा सकता है,जैसा कि महामारी के समय किया गया था।इससे अनावश्यक भीड़ की स्थिति से निजात मिल सकेगी।

मावस से पहले भी खुल सकता है मंदिर!

हांलाकि मंदिर प्रबंधन द्वारा मंदिर खोले जाने को लेकर तारीख की अब तक कोई भी अधिकारिक घोषणा नहीं कि गई है। इस क्रम में भगतों को बाबा श्याम के पहले दर्शन तिलक के ही हो इस बाबत विद्वानों से चर्चा की जा रही है इस विषय पर संवाद प्लस टीम का कहना है कि प्रभु श्याम के दर्शन तिलक रूप में ही कराए जाने की ही संभावना है अतः मंदिर मावस से पहले भी खोला जा सकता है!


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