संवाद प्लस
लोकेन्द्र शर्मा की कलम से
खाटू श्याम जी में यात्रियों की सुविधार्थ सड़कें बड़ी की जा रही है। स्थानीय प्रशासन व सीकर प्रशासन के हस्तक्षेप से ये कार्य लगभग बिना किसी विरोध के सम्भव हो पा रहा है, यदि ऐसा नहीं होता तो अब तक धरातल पर कुछ और ही नज़ारा होता! इस कार्य के लिए प्रशासन के साथ साथ वो सभी ग्रामवासी भी धन्यवाद के पात्र है जो स्वयं ही प्रशासन को सहयोग करते हुए अपने कब्जे अतिक्रमण व अपने पट्टे की जगह से जन हित में आगे बढ़ कर सहयोग कर रहे है ।
लेकिन बात यहीं पूरी नहीं हो जाती अब जब खाटू में प्रशासन का दायित्व बढ़ रहा है तो आगे अन्य कई विषयों पर भी प्रशासन का भविष्य में हस्तक्षेप दिखाई दे सकता है जैसे 2023 का फाल्गुन मेला पूर्ण रूप से प्रशासन द्वारा आयोजित किया जाए❗मंदिर निर्माण को लेकर कुछ लोग धन के आय व्यय व अपव्यय पर सवाल खड़े कर रहे है इस हेतु एक प्रबन्ध समिति की भी शीघ्र घोषणा सम्भव है!
सूत्रों के अनुसार संभागीय आयुक्त की रिपॉर्ट में खाटू को नया रूप दिये जाने की अनुशंसा की गई है और उसी तरह व्यवस्थाओं में बदलाव किया जा रहा है।
इस क्रम में कुछ विश्लेषकों का मानना है कि कुछ ही दिनों में मंदिर प्रबन्ध समिति बनाये जाने को लेकर भी कोई धोषणा हो सकती है और सरकार प्रशासन का हस्तक्षेप भी हो सकता है! इसकी वजह अब कई ग्रामवासी/यात्री मंदिर प्रबंधन की अनियमितताओं के खिलाफ मुखर होते दिखाई दे रहे है!
इससे पहले भी कई जांचों में मंदिर प्रबन्ध समिति की मांग कई अधिकारीयों द्वारा की जाती रही है।
देखें बड़ी व प्रमाणित रिपोर्ट
इसी को आधार मानकर संभागीय आयुक्त की रिपोर्ट में भी ऐसा कुछ उल्लेख हो, इसकी चर्चा भी अब आम है। जानकारों का मानना है इस बाबत कोई सूचना जल्द ही प्रकाशित हो सकती है जिसमें बोर्ड या प्रबन्ध समिति बनाये जाने की घोषणा हो!