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लक्खी मेलों में श्रद्धालुओं को राहत, सरकार ने रोडवेज बस किराये में दी 50 प्रतिशत की छूट

14 जिलों के मेलों में यात्रियों को मिलेगा लाभ

राजस्थान सरकार ने प्रदेश के प्रसिद्ध लक्खी मेलों में जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब प्रदेश के 14 जिलों के मेलों में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में यात्रा करने पर आधा किराया ही लगेगा।

लक्खी मेलों में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत भरी खबर है। सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य के 14 जिलों के मेलों में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम- RSRTC की बसों में यात्रा करने पर श्रद्धालुओं का आधा किराया ही लगेगा। यह रियायती सुविधा 1 अप्रेल, 2023 से लागू कर दी गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किराया राशि में 50 प्रतिशत छूट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

ये है राजस्थान के 14 बड़े मेले जहां मिलेगी छूट

राजस्थान रोडवेज की साधारण और एक्सप्रेस बसों में मेला अवधि के दौरान किराये में छूट मिलेगी। अजमेर में पुष्कर मेला और दरगाह उर्स, करौली में कैलादेवी मेला, भरतपुर में झील का बाडा, जैसलमेर में श्रीरामदेवरा मेला, सीकर में खाटूश्याम जी, चूरू में सालासर बालाजी, हनुमानगढ़ में गोगामेड़ी, डूंगरपुर में बेणेश्वर धाम, सवाईमाधोपुर में रणथम्भौर गणेश जी, टोंक में डिग्गी कल्याण जी, अलवर में भर्तृहरि/पाण्डूपोल, श्रीगंगानगर में बुडढ़ा जोहड़ गुरूद्वारा, बीकानेर में फाल्गुन (मुकाम), चित्तौड़गढ़ में सांवलिया सेठ-जलझूलनी एकादशी मेलों के लिए छूट का प्रावधान किया गया है।

बजट 2023-24 में की गई थी घोषणा

मुख्यमंत्री गहलोत ने बजट 2023-24 में छूट के संबंध में घोषणा की गई थी। इस स्वीकृति से राज्य सरकार पर लगभग 12 करोड़ रुपए का वार्षिक वित्तीय भार अनुमानित है। चुनावी साल में इसे धार्मिक श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है। मंदिर गुरुद्वारा और दरगाह तीनों तरह के धर्म स्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को उसका लाभ मिलेगा।


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