एम्स जोधपुर का शोध
ज्यादा नमक, कम पानी तो पथरी को दावत
एम्स, जोधपुर के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और नेफ्रोलॉजी विभाग के शोधकर्ताओं ने किडनी में स्टोन होने के कारणों पर शोध किया है। इसमें सामने आया है कि ज्यादा नमक का इस्तेमाल करने, रोजाना ज्यादा चाय और पानी कम पीने वालों को किडनी में पथरी हो रही है।
जंक फूड के ज्यादा सेवन से ये संभव
शोधकर्ता डॉ. पंकज भारद्वाज के अनुसार देश में किडनी में पथरी की समस्या लगातार बढ़ रही है। विश्व में 15-20 प्रतिशत लोगों को यह बीमारी है। देश में 12 प्रतिशत लोग इससे ग्रसित हैं। मिल्क प्रोडक्ट का उपयोग कम करने और जंक फूड का ज्यादा सेवन करने के वालों में भी किडनी की पथरी की शिकायत मिली है।
ये भी कारण
काली चाय में कैल्शियम ऑक्सालेट और ऑक्सालिक एसिड अधिक होता है। इस कारण गुर्दे की पथरी बनती है।
नारियल पानी, अनार का उपयोग लाभकारी
किडनी की पथरी में नारियल पानी, तेजपत्ता, अनार, ग्रीन टी और रसभरी के उपयोग को राहतदायी माना जाता है।
संतरा, नींबू, अंगूर, जामुन, कीवी आदि का सेवन भी राहत दिलाने में मदद करता है।
अल्ट्रासाउंड के जरिए पता लगाया जाता है कि पथरी कितनी बड़ी है। पथरी का आकार 5-6 मिलीमीटर है तो प्रायः बिना ऑपरेशन के अपने आप निकलने की संभावना रहती है।