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जयपुर, संवाद प्लस।

राजस्थान के खाटूश्यामजी मंदिर में हादसे के बाद गहलोत सरकार एक्टिव मोड पर आ गई है। सीएम अशोक गहलोत ने पिछले दिनों वीसी के माध्यम से प्रदेश के सभी धार्मिक मेलों की व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया।

दरअसल, सीएम गहलोत मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों पर आयोजन एवं मेलों के दौरान सुरक्षा और बेहतर प्रबंधन के लिए संबंधित जिलों के अधिकारियों, मेला आयोजन ट्रस्टों के प्रतिनिधियों एवं चिन्हित धार्मिक स्थलों के धर्म गुरुओं के साथ बैठक की।

मेलों में सिर्फ बुजुर्ग ही वीआईपी होगा

बैठक में मौजूद उद्योग मंत्री शंकुतला रावत ने कहा कि अधिकारी धन बरतने में कंजूसी करते हैं। सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है। लेकिन इसके बावजूद मेला होने वाले स्थान पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव देखा गया है। मंत्री ने कहा कि बहुत लोगों से बात हुई है। जिनका कहना है कि वह खुद धार्मिक मेलों के लिए धन खर्च करने के लिए तैयार है। लेकिन समन्वय के अभाव में जमीनी धरातल पर काम नहीं हो पाता है। रावत ने कहा कि अधिकारियों को मेला आयोजन होने से पहले बैठक कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देवस्थान की डीपीआर बनाने के लिए हमने अच्छा सा प्रोजेक्ट बनाया है। हम सभी जगह अच्छी व्यवस्थाएं कराने का प्रयास कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि वीआईपी के लिए हमने कह दिया कि सिर्फ बुजुर्ग ही वीआईपी होगा। सीएम गहलोत ने कहा- अच्छा किया आपने। महिलाओं को भी वीआईपी कर दो। मंत्री शकुंतला रावत ने जवाब में कहा- बिलकुल साहब कर देंगे।


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