जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को CM हाउस पर धार्मिक स्थलों पर मेलों तथा अन्य आयोजनों में सुरक्षा एवं प्रबंध के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस बैठक का विशेष मकसद धर्म गुरूओं तथा मेलों के आयोजन से जुड़े लोगों से संवाद कर उनके सुझाव प्राप्त करना था। सीएम गहलोत ने कहा कि खाटू श्याम मंदिर में भगदड़ के कारण 3 लोगों की मौत और मेहरानगढ़ जैसी दुर्घटना से से घटित ना हो इसके लिए सरकार विशेष ध्यान दे रही है । उन्होंने कहा कि अगर खाटू श्याम मेला ग्राउंड के लिए जमीन की जरूरत पड़ेगी तो सरकार आवंटित करने के लिए तैयार है उन्होंने कहा कि समय रहते प्रस्ताव भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर बस स्टैंड और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। इससे पहले देवस्थान मंत्री श्रीमती शकुन्तला रावत ने कहा कि विभाग द्वारा सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों में शुद्ध पेयजल, शौचालय आदि आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा ने कहा कि मेला प्राधिकरण द्वारा मेला समितियों से समन्वय कर धार्मिक मेलों के सुरक्षित आयोजन के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है। इसके लिए समय-समय पर विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं, साथ ही पैदल यात्रियों द्वारा सुरक्षित पदयात्रा के लिए जिला प्रशासन से समन्वय कर जरूरी सुविधाऐं उपलब्ध कराई जा रही है। बैठक के दौरान राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधिगण वीसी के माध्यम से जुडे तथा वहां होने वाले मेलों के आयोजन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की व अपने सुझाव दिए। इनमें खाटूश्यामजी मेला सीकर, उर्स मेला अजमेर, श्री बाबा रामदेवजी का मेला रामदेवरा, सांवलिया सेठ जी का मेला चित्तौडगढ़, नाथद्वारा का मेला राजसमंद, गोगामेडी मेला हनुमानगढ़, मेहन्दीपुर बालाजी दौसा व सालासर मेला चूरू के प्रतिनिधिगण शामिल थे। बैठक में विभिन्न जिलों से कलक्टर व संभागीय आयुक्त वीसी के माध्यम से जुड़े।