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इस वर्ष 24 अक्टूबर 2022, सोमवार को प्रदोष व्यापिनी अमावस्या को दीपावली मनाई जाएगी व श्री महालक्ष्मी का पूजन किया जाएगा। यह पूजन स्थिर लग्न,नवमांश व प्रदोष काल मे किया जाना उत्तम होता है।

जयपुर में पूजन का समय

  1. स्थिर वृष लग्न सांय 7,03 से 9,00 बजे तक व सिंह लग्न मध्य रात्रि 1,33 से 3,49 तक।
  2. चर का चौघड़िया सांय 5,47 से 7,23 बजे तक, लाभ का 10,35 से 12,11 बजे तक तथा शुभ व अमृत का (पूर्वार्द्ध) मध्य रात्रि 1,47 से 4,15 बजे तक रहेगा।
  3. सर्वश्रेष्ठ समय: रात्रि 7,15 से 7,28 बजे तक ,इस अवधि में प्रदोष काल,स्थिर लग्न व कुम्भ का स्थिर नवमांश मौजूद रहने से यह समय श्रेष्ठ है।

नोट: 25 अक्टूबर को साँय 4,15 बजे से सूर्य ग्रहण है व इसका सूतक 24 की रात्रि को 4,15 बजे से प्रारंभ हो जाएगा अतः4,15 तक पूजन विधि सम्पन्न कर ले, जिन्होंने रात्रि पूजा की है वे पूजन सामग्री भी इस समय से पूर्व हटा लें ताकि इस पवित्र सामग्री को ग्रहण के सूतक से होने वाले दुष्प्रभावो से बचाया जा सके।
।।इति शुभम।।
पं. नंद किशोर शर्मा
माँ पार्वती वास्तु ज्योतिष शोध संस्थान, जयपुर


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