Share this news

संवाद प्लस।

भीड़ भाड़ वाले इलाकों में ना जाये मास्क अवश्य लगाएं

जयपुर। आजकल संक्रामक बीमारी मम्प्स (कंठमाला या गलसुआ) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। सवाई मानसिंह अस्पताल, जेके लोन अस्पताल के अलावा अन्य सरकारी व निजी अस्पतालों में इससे ग्रस्तमरीज आए दिन पहुंच रहे हैं। इस संबंध में सवाई मानसिंह अस्पताल के ईएनटी विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ. मोहनीश सोवर का कहना है कि मन्प्स एक संक्रामक बीमारी है, जो खांसने-छींकने से एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। बीते एक माह की बात करें तो 25 से 30 केस मिल चुके हैं। जिसमें चार कैस गंभीर भी पाए गए हैं। उनमें शामिल दो बच्चों के दोनों कान से सुनने के क्षमता जीवनभर के लिए समाप्त हो गई। उनका कॉकलिगर इंप्लांट करना पड़ेगा। इसी प्रकार दो अन्य व्यस्क मरीजों की भी एक-एक कान से सुनने की क्षमता शून्य हो गई है। ऐसे में सतर्कता बरतें।

फ्लू जैसे लक्षण, न करें अनदेखी


चिकित्सकों के अनुसार यह एक संक्रामक बीमारी है। शुरुआत में इसके लक्षण फ्लू जैसे होते हैं और मरीज को बुखार, सिरदर्द के बाद मांसपेशियों में दर्द होने जैसे शिकायत होती है। उसके बाद चेहरे के दोनों ओर सूजन आ जाती है।

बचाव के उपाय

■ बच्चों को एमएमआर का टीका लगवाएं।

■ मास्क लगाएं।

■ संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट करें। उसके बर्तन, पानी, रूमाल आदि शेयर करने से बचें।

■ साबुन से बार-बार हाथ धोएं।

■ भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर बिल्कुल ना जाये और बच्चों को तो बिल्कुल ही ना भेजें।


Share this news