संवाद प्लस।
राज्य सरकार ने प्रस्ताव तैयार किया, कल केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।
प्रदेश के 12 शहरों में 16 मंदिरों मे रोप-वे की योजना को लेकर प्रस्ताव तैयार है। प्रदेश सरकार इसे सोमवार को केंद्र सरकार को भेजेगा। इनमें जयपुर के दो प्रस्ताव शामिल हैं। पहला आमेर नाहरगढ़ रोप वे और दूसरा गढ़ गणेश मंदिर। इसके अलावा बूंदी के इंदरगढ़ मंदिर के प्रसिद्ध बिजासन माता मंदिर, बून्दी के ही रामेश्वर महादेव मंद, सवाई माधोपुर का चौथ का बरवाड़ा का मंदिर, रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में भी रोप वे बनाने का प्रस्ताव है।
इको फ्रेंडली होने के साथ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे
डिप्टी सीएम दीयाकुमारी ने कहा कि रोप-वे के प्रस्ताव से पर्यटन बढ़ेगा। ये परिवहन के सस्ते और त्वरित माध्यम बनेंगे। इससे अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी पैदा होगी। ये इको फ्रेंडली होने के साथ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनेंगे। इससे धार्मिक स्थलों पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
लेकिन… लाइसेंस नहीं होने से 5 साल से बंद है सामोद मंदिर का रोप-वे
सामोद स्थित हनुमान मन्दिर का रोपवे 5 साल से बंद है। रोपवे संचालन करने वाली कंपनी के पास लाइसेंस नहीं है। जिला प्रशासन का कहना था कि रोप-वे संचालन राजस्थान रज्जू अधिनियम 1996 का उल्लंघन है। नियमानुसार, राजस्थान रज्जू अधिनियम 1996 की धारा 7 के अनुसार आवेदन करते हुए नियमानुसार मुख्य निरीक्षक (रोपवे) की रिपोर्ट के बाद लाइसेंस प्रदान करने के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा सकती है।
राज्य सरकार और केंद्र रोपवे विकसित करेंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 12 फरवरी को सीएम भजनलाल शर्मा और दीया कुमारी के साथ बैठक में रोपवे योजना की आवश्यकता पर जोर दिया था।
इन स्थानों पर बनेंगे रोप-वे
1.त्रिनेत्र गणेशजी,रणथंभौर
2.रामेश्वर महादेव मंदिर,आमेर
3.चौथ का बरवाड़ा, सवाई माधोपुर
4.रूठी रानी महल से हवामहल,राजसमंद
5.फोर्ट टू लखेला,राजसमंद
6.इंदरगढ़ वाली माता,बूंदी
7.जीण माता,सीकर
8.गढ़गणेश,जयपुर
9.भैरव मंदिर, मेहंदीपुर,दौसा
10.कृष्णारई माता,बारां
11.सवाई माता,बांसवाड़ा
12.राजाजी का तालाब,अजमेर
13.चित्तौड़ फोर्ट,चित्तौड़गढ़
इस सभी प्रस्तावों को केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के पास पहुंचाने की कवायद तेज हो गई है।